Permanent Education Number: शिक्षा की राह होगी आसान
शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव की ओर कदम बढ़ाते हुए, भारत सरकार ने “Permanent Education Number(PEN)” यानी कि “परमानेंट एजुकेशन नंबर” की शुरुआत की है। यह एक अद्वितीय पहचान संख्या है, जो आपकी स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा और पेशेवर प्रशिक्षण तक, आपके पूरे शिक्षा जगत की एकीकृत कड़ी है।
क्यों ज़रूरी है Permanent Education Number (PEN)?
पहले, एक छात्र के रिकॉर्ड अलग-अलग स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों में बिखरे होते थे। इससे जानकारी जुटाना मुश्किल था और प्रक्रिया में परेशानी होती थी। पीईएन के साथ, सब कुछ बदल जाता है!
- एक नंबर, संपूर्ण इतिहास: Permanent Education Number (PEN) के ज़रिए आपकी पढ़ाई का पूरा डेटा एक जगह संग्रहित होता है। नर्सरी से लेकर पोस्ट-डॉक्टरेट तक, हर उपलब्धि इसी नंबर से जुड़ी होती है।
- आसान ट्रैकिंग: अब, ड्रॉपआउट की पहचान करना और छात्रों की प्रगति को ट्रैक करना आसान होगा। सभी हितधारकों – छात्रों, माता-पिता, शिक्षकों और सरकारी संस्थानों को – समय पर सही जानकारी मिल पाएगी।
- सुगम प्रक्रियाएं: प्रवेश, छात्रवृत्ति, ऋण, परीक्षा, रोज़गार, सबकुछ पीईएन से जुड़ा होगा। आपको बार-बार अलग-अलग दस्तावेज जमा करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
क्या है आधार (Aadhaar) से अंतर?
Permanent Education Number (PEN) को Aadhaar से अलग रखा गया है, क्योंकि ये हर किसी के लिए अनिवार्य नहीं है। विदेशी छात्रों, एनआरआई और गैर-सरकारी संस्थानों के लिए भी पीईएन (PEN) उपलब्ध होगा। हालांकि, ज़रूरत पड़ने पर आधार को पीईएन से जोड़ा जा सकता है।
कैसे लागू होगा Permanent Education Number (PEN)?
Permanent Education Number (PEN) को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। पहले चरण में, 2023-24 सत्र के नए प्रवेशों के लिए पीईएन अनिवार्य होगा। सभी स्कूलों को छात्रों के आने वाले ट्रांसफर सर्टिफिकेट (Transfer Certificate) में पीईएन (PEN) नंबर दर्ज़ करना होगा। धीरे-धीरे इसे पिछली कक्षाओं तक बढ़ाया जाएगा।
आपको ध्यान रखना चाहिए:
- नए प्रवेश के लिए आधार (Aadhaar) और पिछले स्कूल से प्राप्त पीईएन(Permanent Education Number) अनिवार्य होगा।
- ट्रांसफर सर्टिफिकेट (Transfer Certificate) केवल पीईएन (PEN) नंबर के साथ ही जारी किया जाएगा।
- रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए 10 दिन के अंदर, यूडाइस प्लस (UDISE+) पोर्टल पर जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate), ट्रांसफर सर्टिफिकेट (Transfer Certificate) और पिछले स्कूल से प्राप्त पीईएन नंबर (PEN) अपलोड करना होगा।
निष्कर्ष
पीईएन शिक्षा जगत में एक ऐतिहासिक कदम है। यह छात्रों के लिए सुगमता, पारदर्शिता और अवसरों की नई दुनिया खोलता है। सभी हितधारकों को इस पहल का समर्थन करना चाहिए और पीईएन का लाभ उठाना चाहिए। आइए, मिलकर शिक्षा प्रणाली को और बेहतर बनाएं!